Bombay blood group kya hai? You must know the hidden facts 2022
आप लोगों ने विभिन्न प्रकार के ब्लड ग्रुप के बारे में सुना ही होगा पर आज हम आपको बताएंगे कि Bombay blood group kya hai के बारे में।
यदि आप science के student है,तो हो सकता है कि आपको Bombay blood group kya hota hai यह बात पता हो। और यदि आपको what is Bombay blood group यह बात नहीं पता है, तो आज के इस post को पूरा पढ़ने के बाद आपको इस group के बारे में पता चल जाएगा।


अधिकांश लोगों के शरीर में A, B या AB आदि प्रकार के ब्लड ग्रुप होते हैं और वह इसे donate भी कर सकते हैं। आज हम जानेंगे कि क्या Bombay blood group को डोनेट किया जा सकता है और यह भी जानेंगे कि यह blood group अधिकांशतः कितने लोगों में पाया जाता है।
इस पोस्ट को पूरा पढ़ना और दी गई जानकारी आप के काम आए तो हमें comments जरूर करना और आपके सुझाव जरूर देना।
History of Bombay blood group? बॉम्बे ब्लड ग्रुप का इतिहास?
What is history of Bombay blood group यह सवाल बहुत लोगों के मन में आ रहा होगा पर हम पहले यह जानते हैं कि आखिर रक्त समूह का इतिहास क्या है।
Blood group की खोज सन् 1901 में कार्ल लैंडस्टेनर द्वारा किया गया था और इसके लिए लैंडस्टेनर को सन् 1930 में Nobel prize भी दिया गया था।
रही बात history of Bombay blood group की तो इस ब्लड ग्रुप को मुंबई में सन् 1952 में Y.M. Bhende द्वारा खोजा गया था।
What is Bombay blood group? बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या है?
जिस प्रकार से प्रत्येक human beings के शरीर में अन्य blood group होते हैं, उसी प्रकार से Bombay blood group भी rare लोगों में पाया जाता है।
Bombay blood group में बाकी अन्य ब्लड ग्रुप के मुकाबले फर्क या अंतर है यह होता है, कि जिस प्रकार लगभग सभी blood group में एक विशेष प्रकार के antigen h पाया जाता है ठीक इसके विपरीत Bombay blood group में किसी भी प्रकार की antigen या antigen h नहीं पाया जाता है।
मुख्यता इसी कारण से यह blood group बाकी सभी ब्लड ग्रुप से भिन्न है और rare blood group होने के कारण गिने-चुने लोगों में पाया जाता है।
Difference between Bombay blood and O blood groups? बॉम्बे ब्लड ग्रुप और O ब्लड ग्रुप में अंतर?
Bombay blood group का O blood group के साथ compare करने का मकसद यह है, की जांच करते समय यह पता लगाया जा सके कि खून O समूह का है या फिर बाॅम्बे ब्लड ग्रुप का।
चूंकि दोनों groups में ही किसी भी प्रकार की antigen नहीं पाए जाते हैं, परंतु एक विशेष प्रकार का antigen होता है जिसे h antigen कहते हैं और यह antigen रक्त समूह O में पाया जाता है, जबकि Bombay blood group में नहीं पाया जाता है। इससे आसानी से difference बताया जा सकता है कि दोनों different blood groups है।
Properties of Bombay blood group? बॉम्बे ब्लड ग्रुप के गुण या विशेषता?
- .सभी blood group की तरह Bombay blood group का रंग भी लाल होता है।
- .Bombay blood group rare blood group होता है।
- .इस blood group को store करके नहीं रखा जा सकता है।
- .इस blood group का जीवन 35 से 42 days होता है।
- .इस blood group में किसी भी प्रकार की antigen नहीं होते हैं। यह थे बॉम्बे ब्लड ग्रुप के कुछ विशेषताएं।
Bombay blood group donors? बॉम्बे ब्लड ग्रुप के डोनर्स?
चूंकि यह रक्त समूह एक rare blood group है, तो बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है कि Bombay blood group price kya hai या how many have Bombay blood group आदि।
इस blood group के लोग भारत में बहुत कम पाए जाते हैं, लगभग 350 आंकड़े के करीब। चूंकि इस ग्रुप को store नहीं किया जा सकता है। जब इसकी जरूरत होती है तो सीधा donor से संपर्क किया जाता है।
यह घटना कुछ साल पहले की है जब एक patient को Kota में इस blood group की आवश्यकता पड़ी थी, तो इसकी पूर्ति करने के लिए पुणे से Bombay blood group donor को बुलाया गया था।
Conclusion of Bombay blood group?
Bombay blood group की जानकारी हमने आप तक पहुंचाई जिसे गुप्त सूत्रों द्वारा लिया गया था, इसके अनुसार यह एक rare blood group होता है और काफी कम लोगों में ही पाया जाता है। इसकी खोज 1952 में किया गया था। इसकी self life 35 से 42 दिनों की ही होती है इसलिए इसे store नहीं किया जा सकता।
We hope आपको Bombay blood group kya hai, what is Bombay blood group यह जानकारी अच्छी लगी होगी। यदि कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें comments जरूर करना। धन्यवाद!