चलो आज जानते है की chikungunya kaise hota hai इसके बारे मे | ऐसे ऐसे बीमारी आज के युग मे आ गए है की क्या ही कहे ऐसा ही एक बीमारी है chikungunya यह बीमारी बहुत ही गंभीर बीमारी होता है |
अधिकतर लोगो को यह नहीं पता होता है की यह घंभीर बीमारी जिसका नाम चिकनगुनिया है यह क्या होता है या chikungunya kaise hota hai आज के हमरे इस post मे हम इसी बीमारी के बारे मे बहुत ही विस्तार से तथा अच्छे से जानने वाले है की chikungunya kaise hota hai ताकि आपको कही और जाने की आवश्यकता ना पड़े या ज्यादा search करने की जरूरत ना पड़े |
chikungunya एक ऐसी बीमारी होती है जिसका जो की मरीज को काफी ज्यादा कमजोर बना देता है | यदि आपको या आपके आस पास किसी को भी chikungunya नमक बीमारी है तो आप इसका इलाज तुरंत ही कराये | जब यह समस्या होती है तो आपको बहुत सारी बातों का विशेष ध्यान रखना होता है जैसे साफ सफाई आदि |
चिकनगुनिया के मरीज अधिकतर ऐसे जगहों से अधिक होते है जहा पर बहुत ज्यादा गंदगी होता है क्योकि ऐसे जगहों मे ऐसे संक्रमित किटाणु होते है जो आपको chikungunya कैसे घंभीर बीमारी का शिकार बना देते है |
किस प्रकार से इस बीमारी से बचा जा सकता है तथा कैसे इसे ठीक किया जा सकता है या इसके लक्षण आदि क्या होते है हम सभी के बारे मे हमारे आज के इस पोस्ट chikungunya kaise hota hai मे अच्छे से जानेंगे | यदि आपको पूरी जानकारी जानना है तो आप इस लेख को पूरा जरूर से पढ़ना तभी आपको पूरी बात समझ मे आएगी | तो आइये जानते है की chikungunya kaise hota hai इसके बारे मे |
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chikungunya kya hota hai चिकनगुनिया क्या है?
अधिकतर लोगो को यह पता नहीं होता है की चिकनगुनिया क्या है या यह क्या होता है | दरअसल चिकनगुनिया एक प्रकार का वायरस संक्रमण होता है जो की CHIKV विषाणु के द्वारा होता है | यदि यह समस्या बहुत ही बड़ जाता हैं तो यह बहुत घंभीर बीमारी का रूप ले लेती है |
चिकनगुनिया का विषाणु एक अर्बोविषाणु होता है और इस संक्रामण को अल्फाविषाणु परिवार से माना जाता है | यह संक्रामण का लक्षण कुछ कुछ डेंगू रोग के जैसा होता है | इस बीमारी मे पीड़ित को बहुत ज्यादा जोड़ो मे दर्द के साथ ही बहुत ज्यादा ज्वर या बुखार भी होता है | चिकनगुनिया मे बुखार 100 से 104 डिग्री तक चला जाता है |
चिकनगुनिया वायरस का वर्गिकरण निम्न है:-
वंश- अल्फावायरस
कुल- टोगविरिडी
जाती- चिकनगुनिया वायरस
जब कभी भी चिकनगुनिया होता है तो आप अपना इलाज करने मे देर ना करे | आसा है आपको समझ मे आया होगा की चिकनगुनिया क्या होता है | आइये अब जानते हैं की chikungunya kaise hota hai या इसके होने का कारण क्या होता है इसके बारे मे |
chikungunya kaise hota hai चिकनगुनिया का कारण
आइये जानते है की chikungunya kaise hota hai या इसके होने का कारण क्या होता है | जब आपको यह बात पता होता है की किसी भी संक्रामण के होने के पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है इससे पहले ही बचा जा सकता है | इस वजह से यह जानना की चिकनगुनिया के क्या कारण होते है या chikungunya kaise hota hai जरूरी हो जाता है ताकि आप इससे पहले से ही बच सके है |
चिकनगुनिया के होने का सबसे प्रमुख कारण होता है एडीज मच्छर | जी हा यदि आपको एक विशेष प्रकार का मच्छर जिसे एडीज मच्छर aedes mosquito कहते है, काट लेता है तो इससे यह गंभीर संक्रामण हो जाता है | एडीज मच्छर एक प्रकार का संक्रामण फैलाने वाला कीड़ा होता है |
एडीज, मच्छरों का एक वंश होता है | इस वंश मे ऐसे मच्छर पाये जाते है जो की चिकनगुनिया, डेंगू , जिका बुखार, पीला बुखार आदि गंभीर संक्रामण फैलते है | एडीज के इस मच्छर को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका होता है इसमे पाये जाने वाले सफ़ेद दाग |
एडीज प्रजाति के मच्छर के पैर तथा बॉडी के कुछ भाग मे सफ़ेद दाग होता है इससे आप आसानी से पहचाना सकते है की किस मच्छर के काटने से आपको chikungunya होने का खतरा हो सकता है | आइए तस्वीर के माध्यम से जानते है की एडीज मच्छर कैसे दिखता है |


यहा आप देख सकते है की एडीज वंश का मच्छर कैसे दिखाई देता है | chikungunya संक्रमण इसी प्रकार के मच्छर द्वारा कटे जाने पर होता है | जब कभी भी आपको इस प्रकार का मच्छर दिखे तो उस मच्छर को जन्नत पाहुचने मे जरा सा भी देर ना करे | तो इस प्रकार आपने जाना की chikungunya kaise hota hai या इसके कारण क्या होते है इसके बारे मे आसा करते है आपको समझ मे आया होगा | आइये चिकनगुनिया के बारे और भी बाते जानते है |
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chikungunya ke lakshan चिकनगुनिया की क्या पहचान है?
क्या आप जानते है की चिकनगुनिया की क्या पहचान है? | दरअसल किसी भी बीमारी या संक्रामण से बचना है तो आपको इसका पहचान पता होना चाहिए या इसके लक्षण के बारे मे पता होना चाहिए | जब आपको इसका पहचान होता है तो आप इसके प्रभाव बढ़ने से पूर्व ही सही इलाज करावा कर इससे बच सकते हैं |
चिकनगुनिया एक ऐसी बीमारी होती है जिसका लक्षण देखने से आपको लग सकता है की यह लक्षण चिकनगुनिया का ना होकर डेंगू का लक्षण है परंतु इस प्रकार के गलतफैमि से बचने के लिए आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़ना जिसमे आपको पता चल जाएगा की चिकनगुनिया की क्या पहचान है?
चिकनगुनिया के प्रमुख लक्षण होता है अत्यंत बुखार आना तथा हाथ पैर मे दर्द होना है | जब किसी को चिकनगुनिया हो जाता है तो उसको बहुत ज्यादा बुखार के साथ मे जोड़ो मे दर्द भी होने लगता है | यह तो चिकनगुनिया के प्रमुख दो लक्षण इसके अतिरिक्त कुछ और भी लक्षण होता है जिससे आप पता लगा सकते है की किसी को चिकनगुनिया है या नहीं आइये जानते है चिकनगुनिया के अन्य लक्षण क्या क्या है इसके बारे मे | चिकनगुनिया की क्या पहचान है?
ठंडी का अहसास होना
उल्टी आना
कमजोरी महसूस होना
मस्पेसियों मे दर्द
रैशेस या त्वचा मे हल्के दाग दिखना


जल्दी थकना
सिर मे दर्द होना
चक्कर आना आदि |
यह थी कुछ अन्य लक्षण जो की चिकनगुनिया होने पर मरीज मे दिखाई देते है | चिकनगुनिया के लक्षण ऐसे तो 10 से 15 दिनों तक ही रहता है परंतु जोड़ो मे दर्द कुछ महीनों तक रह सकता है | यदि आपको चिकनगुनिया से बचना हैं तो आप हमारे द्वारा बताए गए चिकनगुनिया के लक्षण को आच्छे से पहचान ले ताकि आप इसके गंभीर परिणामो से बच सके | आसा हैं कि आपको चिकनगुनिया की क्या पहचान है? यह बात समझ मे आया होगा | आइये
chikungunya se bachav ke tarike चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें?
अभी तक आप सभी ने यह तो जान ही लिया है कि chikungunya kaise hota hai तो आइये बात करते है कि चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें? इसके बारे मे | किसी भी बीमारी आदि से बचना है तो हमे इसके बचाव के बारे मे पता होना चाहिए |
यदि इस वायरल संक्रामण से बचना है तो आप हमारे द्वारा बताए जा रहे चिकनगुनिया से बचाव के तरीके को जरूर से अपनाए | इसके बचाव के तरीके पता होने पर आप दूसरों को भी इसके बचाव के बारे मे बाता सकते है | चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें?
- चुकी चिकनगुनिया एडीज़ मच्छर के काटने से होता है तो ऐसे मच्छर के काटने से बचे | इस मच्छर के पहचान हमने ऊपर बता रखा है |
- किसी भी ऐसे स्थान मे रहने से बचे जहा बहुत ज्यादा गंदगी होती है | इस बात का ध्यान रखे कि आपके आस पास साफ सफाई होने चाहिए |
- यदि आप किसी बाहर जगहों मे जाते है तो ऐसे मे आप ऐसे कपड़े पहने जिससे आपका शरीर अधिक से अधिक ढका रहे |
- जब कभी भी आप अपने घर मे तथा काही खुले जगह मे सोये तो अपने आप को अच्छे से मच्छरदानी से cover कर ले | ताकि कोई भी मच्छर या मच्छर का बच्चा भी आप तक ना पाहुच पाये |
- अपने आस पास के नाली, गड्ढा तथा कूड़ा आदि मे पानी जमा ना होने दे ऐसे मे सान संक्रामण होने के खतरा बढ़ जाता है |
- मच्छरों कि अधिकता हो जाने पर मच्छर मरने वाले products का उसे करे | ताकि चिकनगुनिया को रोका जा सके |
तो यह थी कुछ ऐसी बातें जिनको जान कर आप चिकनगुनिया से बच सकते है | चिकनगुनिया से बचाव के यह सभी तरीका बहुत ही उपयोगी है अतः इस सभी बातों का विशेष रूप से ध्यान रखे | आसा करते है कि आपको समझ मे आया होगा कि चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें? |
chikungunya ka upchar kya hai चिकनगुनिया का उपचार क्या है?
चिकनगुनिया एक ऐसा वायरल संक्रामण है जिसका अभी तक किसी भी प्रकार का कोई विशेष दवाई नहीं बना हैं और ना ही इसके लिए कोई भी टीका आदि हैं | चिकनगुनिया का किसी भी प्रकार का कोई इलाज नहीं होता है | ऐसे तो चियांगुनिया ज्यादा घातक नहीं होता है परंतु जब यह संक्रामण बच्चो या बुजुर्गो को हो जाता है तो चिंता की बात होती है |
चिकनगुनिया होने पर यह समस्या अधिकतम 8 से 10 दिनों मे स्वयं ही ठीक हो जाता है | यदि यह संक्रामण किसी को हो जाता है तो यह पैरासीटामोल ले सकते है जो इसके बुखार को कम करने का काम करता है | इस रोग के चलते शरीरी मे काफी दर्द आदि रहता है यह दर्द 1 महिना तक रह सकता है इसके लिए आप सलाहनुसार कोई भी पेनकिलर ले सकते है तथा इसके साथ ही आप व्यायाम या योगासन आदि कर सकते है |


व्यायाम या योगासन करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है जिससे इस रोग के बैक्टीरिया से लड़ने मे हमारे शरीर को काफी ताकत मिलती हैं और हम जल्द ही ठीक हो सकते है | चिकनगुनिया होने पर आपको ज्यादा घबराना नहीं हैं यह कुछ दिनों मे स्वतः ही ठीक हो जाता है |
जब कभी भी किसी को चिकनगुनिया होता है तो ऐसे मे मरीज को अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए जैसे जूस, दाल, खिचड़ी आदि | तरल युक्त खाना खाने से आपको इसे पचाने मे ज्यादा ऊर्जा नहीं लगता है तथा इससे पोषक तत्व शरीर मे अच्छे से व जल्दी लगता है | इसके साथ ही आप अच्छे से नींद को पूरा करना चाहिए और अच्छे से आराम करना चाहिए | आसा करते है की आपको चिकनगुनिया का उपचार क्या है? यह बात समझ मे आया होगा |
chikungunya me kya nahi khaye चिकनगुनिया मे क्या नहीं खाना चाहिए?
क्या आपको पता है की चिकनगुनिया मे क्या नहीं खाना चाहिए? दरअसल चिकनगुनिया होने पर मरीज का पाचन बहुत कमजोर हो जाता हैं ऐसे मे आप ऐसे खाना का सेवन करते है जिसे पचाने मे बहुत ऊर्जा लगता हो तो ऐसे मे आप इस संक्रमण से जल्दी ठीक नहीं हो पता है |
चिकनगुनिया होने पर आपको कभी ज्यादा मसालेदार आहार, बाहर का खाना तथा ज्यादा ऑइली खाना नहीं खाना है जिसमे बहुत तेल का प्रयोग हो ऐसे आहार से बचना चाहिए | चिकनगुनिया मे पाचन तंत्र मे बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है इस समय मे आपका पाचन तंत्र हैवी खाना को पचा नहीं पाता है |
जितना आप लाइटवेट खाना खाते है उतना ही जल्दी आप चिकनगुनिया से मुक्ति पते है अर्थात ठीक होते हैं | ज्यादा तीखा चटपटा खाना खाने से बचना चाहिए यह सभी आपके स्वाथ्य को और भी बिगड़ देता है |
chikungunya hone par kya khaye चिकनगुनिया में क्या खाना चाहिए?
आप यह तो जान गए हैं की चिकनगुनिया होने पर क्या नहीं खाना चाहिए तो आइये जानते है की चिकनगुनिया में क्या खाना चाहिए? | यदि आप हमारे द्वारा बताए चीजों को खाते है तो चिकनगुनिया से जल्द ही राहत मिल सकता है |
तरल पदार्थ :- जब कभी चिकनगुनिया होता है आपको अधिक से अधिक तरल आहार का सेवन करना चाहिए | जब आप तरल पदार्थ का से करते हैं तो आपको इसे पचाने मे ज्यादा समस्या नहीं होता है | जैसे जूस, छाछ, नींबू पनि, नारियल का पानी आदि |
हरी सब्जियाँ :- दोस्तो हरी सब्जियों मे ऐसे पोषक तत्व होते है जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और आपको इस संक्रमण से लड़ने का ताकत देता है | चुकी इस बीमारी मे पानी का काफी अभाव हो जाता है ऐसे मे हरी सब्जियाँ पानी की कमी को दूर करता है |
विटामिन सी :- विटामिन सी मे ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते है जो आपके इम्यूनिटी को मजबूत करने मे काफी ज्यादा मदत करता है | इसके लिए आप नींबू का रस, संतरा आदि का अधिक से अधिक सेवन कर सकते है |
फलो का सेवन :- यदि आप ऐसे फलो का सेवन करते है जिसमे पानी की मात्र अधिक होती हैं तो इससे आपके शरीर मे पानी की पर्याप्त मात्र बना रहता है जैसे खीरा, पपीता, अनानाश आदि | इस बीमारी मे आपको अधिक से अधिक पानी पीते रहना चाहिए | ताकि आपका शरीर हाइड्रेटेड बना रहे |
chikungunya ka dusra naam चिकनगुनिया का दूसरा नाम क्या हैं?
ऐसे तो सभी इस बीमारी को चिकनगुनिया के नाम से ही जानते है जिसका अर्थ माना जाता है झुक कर चलना | जब यह समस्या होती हैं तो मरीज के शरीर मे बहुत दर्द रहता है जिससे वह ठीक से चल भी नहीं पता है |
अधिकतर शहरी क्षेत्रो मे इस संक्रमण को chikungunya के नाम से ही जानते है परंतु गाव के क्षेत्रो मे इस बीमारी को पीला बुखार के नाम से भी जाना जाता है | जो की एक एडीज़ प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है | पीला बुखार यह नाम अधिकतर ग्रामीण इलाको मे प्रयोग किया जाता है | आसा करते है की आपको हमारा आज का पोस्ट chikungunya kaise hota hai पसंद आरहा होगा |
chikungunya ke dawai चिकनगुनिया की सबसे अच्छी दावा कौन सी है?
क्या आपको पता हैं की चिकनगुनिया की सबसे अच्छी दावा कौन सी है? यदि नहीं तो आगे पढे | जैसे की आप सभी जानते है की चिकनगुनिया के लिए किसी भी प्रकार का कोई विशेष दवाई नहीं होता है |
परंतु ऐसा नहीं हैं की इस संक्रमन के चलते किसी भी प्रकार के दवाई का सेवन ही नहीं किया जा सकता है | जब कभी भी चिकनगुनिया होता है तो ऐसे मे आपको इसके लिए जो सबन्से अच्छी दवाई दी जाती है वह है paracetamol यह दवाई चिकनगुनिया के बुखार को कम करने का काम करता है | इसे एसिटामिनोफेन दवाई भी कहा जाता है जिसे चिकनगुनिया के मरीजो को दिया जाता है | इस प्रकार आप जान गए है की चिकनगुनिया की सबसे अच्छी दावा कौन सी है? इसके बारे मे | आइये chikungunya kaise hota hai इसके बारे मे कुछ और जानते है |
chikungunya sankraman test चिकनगुनिया के लिए कौन सा टेस्ट होता हैं?
जब कभी चिकनगुनिया के टेस्ट के मरीज जाता है तो इसके लिए RT-PCR TEST किया जाता है | जिसका पूरा मतलब होता है Reverse Transcription-Polymerase Chain Reaction होता है | इस टेस्ट के द्वारा पता लगाया जता है की मरीज को चिकनगुनिया हैं या नहीं हैं |


यह एक ऐसा टेस्ट होता है जो की प्रमुख रूप से वायरल संक्रमन को पता लगाने के लिए ही किया जाता है चुकी चिकनगुनिया भी एक प्रकार का वायरल संक्रमन होता है अतः इसके पता करने के लिए rt-pcr परीक्षण ही किया जाता है | आसा करते है की आपको चिकनगुनिया के टेस्ट कैसे किया जाता है यह बात समझ मे आया होगा |
Important FAQ’S
chikungunya kaise hota hai ?
चिकनगुनिया के होने का सबसे प्रमुख कारण होता है एडीज मच्छर | जी हा यदि आपको एक विशेष प्रकार का मच्छर जिसे एडीज मच्छर aedes mosquito कहते है, काट लेता है तो इससे यह गंभीर संक्रामण हो जाता है | एडीज मच्छर एक प्रकार का संक्रामण फैलाने वाला कीड़ा होता है |
नींबू का रस चिकनगुनिया के लिए अच्छा हैं?
जी हाँ नींबू का रस चिकनगुनिया के लिए बहुत अच्छा होता है | इसका प्रमुख कारण यह है की नींबू मे विटामिन सी पाया जाता हैं जो की चिकनगुनिया के संक्रमण को दूर करने का काम करता हैं |
क्या चिकनगुनिया से मौत होती हैं?
चिकनगुनिया से मौत नहीं होती है परंतु जब इसका प्रभाव शरीर मे काफी बढ़ जाता है और इससे जब बुजुर्ग या बच्चे प्रभावित होते है तो कुछ मामलों मे ऐसा होने का खतरा बन जाता है परंतु आम तौर पर ऐसा नहीं होता है |
क्या चिकनगुनिया का इलाज घर पर किया जा सकता हैं?
चुकी आप जानते हैं की चिकनगुनिया का कोई पुख्ता इलाज नहीं होता है ऐसे मे घर मे भी इसका इलाज नहीं हो सकता है हाँ आप इसके प्रभाव को कम करने के लिए उपाय कर सकते है |
डेंगू और चिकनगुनिया मे क्या अंतर होता हैं?
इन दोनों मे प्रमुख अंतर यह है की चिकनगुनिया अल्फ़ावायरस जिनस के कारण होता है तथा डेंगू फ्लेवीवायरस जीनस के कारण होता है | होता दोनों बीमारी मच्छर के काटने से ही हैं | दोनों के कुछ लक्षण कुछ अलग होते हैं |
conclusion
तो इस प्रकार दोस्तो आज हमने जाना की chikungunya kaise hota hai , चिकनगुनिया की क्या पहचान है? या चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें? आदि के बारे मे | हमारा उद्देस्य यही है की इस पोस्ट के जरिये आप सभी को बताना की चिकनगुनिया किस प्राकार की समस्या है ताकि आप इससे बच सके |
आप भी ऐसे सब बीमारी आदि से बच कर रहे अपने आस पास साफ सफाई रखे जिससे की बीमारी होने का खतरा कम हो सके | यदि आपको आज के हमारे पोस्ट के जरिया आपको सही ज्ञान मिली हो तो इस पोस्ट को अपने social media मे जरूर से share करना ताकि हर कोई इसके बारे मे जान सके |
आसा करते है यह chikungunya kaise hota hai पोस्ट आपको पसंद आया होगा | इसी प्रकार के interesting और knowledgeable आर्टिक्ल पढ़ने के लिए आप हमारे site मे visit करते रहे | मिलते है अगले किसी नए पोस्ट के साथ | आर्टिक्ल को पूरा पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद दोस्तो |