How to write diary in Hindi || diary kaise likhen? 2022-23

नमस्कार दोस्तों | स्वागत है हमारे आज के इस intresting और ज्ञानवर्धक post में | आज हम how to write diary in hindi, diary kaise likhen, डायरी कैसे लिखा जाता है, डायरी लिखने का तरीका इन सभी विषयों पर वार्तालाप करने वाले हैं | यदि आप उन व्यक्तियों में आते हैं जिन्हें लिखना अति प्रिय होता है तथा अपने विचारों, भावों, जीवन की घटनाओं आदि को अपने diary में लिख कर, इन सभी को एक जगह सजाना चाहते हैं | तो आज का हमारा how to write diary in hindi, diary kaise likhen? यह पोस्ट आपके लिए विशेष रूप से लाभप्रद होने वाला है |

दोस्तों इस post के माध्यम से आप सभी article पढ़ने वालों को how to write diary, diary kaise likhen से संबंधित ऐसी-ऐसी बेहतरीन tips and technique मिलेगी जिनका उपयोग कर आप अपने diary को बड़े ही मनमोहक ढंग से लिख सकते हैं, जिसे देखने और पढ़ने में आपको लेखन पश्चात आनंद की अनुभूति होगी |

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डायरी लिखना अपने आप में एक कला है | यदि आप इस कला art से अनजान हैं तो बेफिक्र रहें, क्योंकि आगे आने वाली चंद पंक्तियां आपके लिए how to write diary, diary kaise likhen जैसी समस्या को आसानी से सुलझा देगी | बशर्ते आप इस post को समझ में आने तक जरूर पढ़ें, ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके | तो दोस्तों आइए जानते हैं कि एक खूबसूरत और उचित डायरी कैसे लिखी जाती है | how to write diary in hindi || diary kaise likhen.

Diary kya hai? Diary ke prakar? जाने डायरी क्या होता है?

Table of Contents

दोस्तों डायरी लिखने से पहले आइए थोड़े diary के बारे में कुछ बातें जान लेते हैं | डायरी जिसे दैनिकी भी कहा जाता है | यह एक ऐसा notebook होता है जिसमें लेखक अपने व्यक्तिगत विचार जैसे भावना, जीवन की घटनाएं तथा व्यवसायिक विचार आदि को सुव्यवस्थित ढंग से लिखता है | इस प्रकार के notebook को diary या दैनिकी कहा जाता है | डायरी में लेखक अपने दिनचर्या के भावों तथा घटना आदि को लिखता है |

दोस्तों डायरी को मुख्यतः दो category में विभाजित किया जा सकता है | पहला personal diary और दूसरा professional diary.

1) personal diary:

personal diary में आप अपने जीवन के व्यक्तिगत विचारों तथा भावों को और प्रमुख घटनाओं को लिख सकते हैं | जिस डायरी में लेखक के व्यक्तिगत विचार लिखी होती है, उसे personal diary कहां जाता है |

2) professional diary:

professional diary का महत्व कुछ मायनों में अधिक होता है, क्योंकि इसमें लेखक अपने profession से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को लिखता है, जो उसके काम का होता है | जैसे बही खाता, लेनदेन आदि | जिस डायरी में व्यक्ति द्वारा व्यवसायिक बातों को लिखी जाती है उसे professional diary कहा जाता है | तो इस प्रकार हमने जाना की डायरी क्या है और इसके मुख्यतः कितने प्रकार होते हैं | आइए अब जानते हैं how to write diary in hindi, diary kaise likhen इसके बारे में |

डायरी क्यों लिखी जाती है? diary likhane ka uddeshy?

समय बीत जाता है चीजें बदल जाती हैं परंतु एक चीज ऐसी हैं जो लोगों के मन में बंध जाती है और वह है उस व्यक्ति से जुड़ी यादें | परंतु जैसे-जैसे समय का पहिया आगे बढ़ता जाता है यादें भी उसकी साथ धुंधली होने लगती है | ऐसे में अपने सभी सुनहरी यादों को हमेशा अमर बनाने का एक सबसे बेस्ट तरीका है कि आप अपने विचारों, घटनाओं को एक स्थान पर व्यवस्थित तरीके से लिख कर रख दें और यही काम आता है डायरी |

डायरी लिखने का उद्देश्य या मतलब यही होता है कि आप अपने विचारों यादों को उस डायरी के सहारे लंबे समय तक बचा कर रख सके | डायरी जी आपके यादों को बांध कर रखती है और हमेशा आपको उन पलों को याद दिलाती है जिनसे आप कभी गुजरे होंगे या जो आपके जीवन में घटा होगा | डायरी एक एहसास है अपनी पुरानी यादों का |

जीवन में प्रत्येक व्यक्ति का अपना एक डायरी जरूर होना चाहिए ताकि जब कभी वे बुरे समय का सामना कर रहे हो, उस डायरी में लिखी बातों को पढ़ कर अपने मन को शांत कर सके और एक अद्भुत आनंद की अनुभूति कर सके | लाइफ के अंतिम समय में आपके द्वारा लिखी डायरी आपकी सबसे अच्छी दोस्त होगी उसमें वह सब कुछ होगा जो आपने अपने पूरे जीवन में किए होंगे |

How to write diary in Hindi diary kaise likhen 2022-23
How to write diary in Hindi || diary kaise likhen?

Diary ke first page mein kya likhen? डायरी लिखनें की शुरुआत कैसी होनी चाहिए?

दोस्तों जो व्यक्ति डायरी लिखना चाहते है, उनको इन सवालों का सामना जरूर करना पड़ता होगा की Diary ke first page mein kya likhen डायरी लिखनें की शुरुआत कैसी होनी चाहिए, diary mein sabse pahle kya likhen, डायरी का प्रारूप क्या होना चाहिए या डायरी लिखने की भूमिका क्या होती है आदि |

यदि आप diary लिख रहे हैं या लिखना चाहते हैं तो शुरुआती दौर में आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, जिससे आपकी डायरी लिखने व पढ़ने दोनों में ही काफी अच्छा और आकर्षक लगे और इसके लिए यह मायने नहीं रखता कि आप किस विषय पर अपनी diary लिखने की सोच रहे हैं |

Diary लिखते समय आपको सबसे पहले date अर्थात् तारीख का विशेष ध्यान रखना चाहिए | अपनी डायरी में तारीख date जरूर डालें | diary writing में date and day का होना बहुत आवश्यक होता है और यह काफी मायने भी रखता है, क्योंकि जब आप कुछ साल बीत जाने पर अपनी डायरी को पढ़ते हैं तो यही तारीख आपको अपने अतीत में खींच लेती है |

चूंकि आप एक अच्छी और आकर्षक diary लिख रहे हैं ऐसे में आपको डायरी के first page पर एक अच्छा सा positive quotation जरूर लिखना चाहिए, जिससे जब कभी आप अपनी डायरी खोलें तो positive quotation आपके मन को शांत और तरोताजा कर दें | इसके पश्चात आप अपनी diary में अपने विषय में कुछ अल्फाज लिख सकते हैं, जैसे कि आपका नाम, आपका पता, आप क्या करते हैं, आपका कांटेक्ट नंबर इत्यादि | जिससे लगे कि वह डायरी आपकी स्वयं की diary है और कोई आपकी इजाजत के बगैर उस डायरी को पढ़ ना सकें |

दोस्तों यदि आप top secret diary लिख रहे हैं और आप उसे किसी के साथ share नहीं करना चाहते, तो आप शुरुआती रूप रेखा के नीचे बड़े अक्षरों में ‘DON’T READ MY DIARY FURTHER’ यह line add कर सकते हैं | जिससे कोई आपकी डायरी पढ़ने से पहले दो बार सोचेगा | दोस्तों एक बात का विशेष ध्यान और रखें अपने डायरी में किसी भी प्रकार की गंदगी ना होने दें |

इसे clean and clear रखें | तो यह थी कुछ विशेष बातें जिनका डायरी लिखते समय शुरुआती दौर में विशेष ध्यान रखना चाहिए | यदि आप इस प्रकार से अपनी diary writing की शुरुआत करते हैं, तो यह classy and premier feel देता है |

Diary lekhan me Bhasha ka samasya? डायरी लेखन में भाषागत समस्या पर विचार?

यदि आप अच्छा और आकर्षक डायरी लिखना चाहते हैं तो आपको भाषा का विशेष ध्यान रखना चाहिए | यदि भाषागत समस्याएं या गलतियां आप अपने diary writing में करते हैं तो इसे पढ़ने में उतना आकर्षक नहीं लगेगा जितना लगना चाहिए | हालांकि आपके डायरी को ज्यादातर आप ही पढ़ने वाले हैं परंतु यदि आपके डायरी में वर्तनी या शब्दों की गलतियां होती है तो उसे पढ़ने व उच्चारण करने में समस्या आ सकती है | इसलिए इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि लिखावट में किसी भी प्रकार की कोई गलतियां ना आने पाए |

अधिकतर लोग जब diary writing करते हैं तो उनमें यह गलती भी देखने को मिलता है कि वह अपने शब्दों और वाक्यों को सही से लिख नहीं पाते हैं, जिसके चलते page में लिखे शब्दों को काटना पड़ता है और इन सब गलतियों के चलते लोग अपने डायरी को गंदा कर बैठते हैं | ऐसे में आपको बड़े आराम से तथा खाली समय में डायरी को लिखना चाहिए |

डायरी लिखने से पहले कुछ लोगों के दिमाग में यह बात भी चलता है कि उन्हें अपनी डायरी किस भाषा language में लिखनी चाहिए | जैसे Hindi, English या कोई regional language | यहां पर इस बात को समझने की जरूरत है कि आप अपने feelings को डायरी में उतारने वाले हैं, ऐसे में आपको उसी भाषा का प्रयोग करना चाहिए जिसमें आप comfort हो और जिस भाषा में आप अपने भावों तथा विचारों को सही ढंग से लिखने में समर्थ हो |

यदि आप ऐसे भाषा का चुनाव करते हैं जिसमें आपकी पकड़ कमजोर है या आप उस भाषा के बारे में नहीं के बराबर जानते हैं, तो डायरी लिखते समय आपको अनेक भाषागत समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है | अतः अच्छी डायरी लिखते समय अपनी भाषा पर विशेष ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है |

Mind set of diary writing? मन: स्थिति कैसी होनी चाहिए डायरी लिखते समय?

दोस्तों अच्छी और सही डायरी लिखते समय आपका mindset कैसा होना चाहिए यह बात बहुत मायने रखता है | यदि आप डायरी लिखते समय अपना focus सही से diary writing में लगाने में समर्थ होते हैं तो इससे न केवल आपका डायरी गंदा होगा बल्कि आप जो विचार अपनी डायरी में लिखना चाहते हैं वह भी सही से व्यक्त नहीं हो पाएगा |

माइंड सेंट यदि विचलित है तो उस समय आपको डायरी राइटिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसे में आप शब्दों और वाक्यों का सही से प्रयोग नहीं कर पाते हैं और डायरी गंदी हो कर रह जाती है | दोस्तों डायरी लेखन के समय आपका माइंड relaxed होना चाहिए | आप सभी प्रकार के तनाव और परेशानियों से मुक्त होने चाहिए ताकि आपका सारा का सारा फोकस डायरी राइटिंग में आपके विचारों को explore करने में लगा सकें |

मन शांत करने के बाद ही आप डायरी राइटिंग start करें, इसके लिए चाहे तो आप short time का मेडिटेशन भी कर सकते हैं | यदि आपका माइंड शांत रहेगा तो आप लिखते समय अपने विचारों को सही से डायरी में उतार सकते हैं | जब आप शांत व प्रसन्न चित्त हो तभी डायरी लिखना चाहिए | आशा करते हैं दोस्तों आपको how to write diary in Hindi डायरी कैसे लिखे कि यह सभी टिप्स समझ मे तथा पसंद आ रही होगी | आइए इससे जुड़ी और भी बातें जानते हैं

Diary किस समय लिखनी चाहिए? diary kis samay likhna chahie ?

डायरी लिखने की बात करें तो यह आप पर निर्भर करता है कि किस समय आप diary writing के लिए time दे पाते हैं | परंतु जब कभी डायरी लिखी जानी हो तो यह सुनिश्चित करले कि आपका मन व मस्तिष्क शांत हो अर्थात् किसी भी प्रकार के तनाव से मुक्त हो |

दोस्तों यूं तो आप दिन के किसी भी free समय पर डायरी लिख सकते हैं परंतु यदि आप सुबह के समय शांत वातावरण में एकांत बैठ कर अपने विचारों को डायरी में उतारते हैं, जिसे डायरी लिखने में सहूलियत होती है | सुबह का समय आपका दिमाग शांत होता है जिससे आप शब्दों और वाक्यों का सही प्रयोग और अपने विचारों को आसानी से लिख सकते हैं | दिन का शुरुआत इससे अच्छा क्या हो सकता है |

दूसरी तरफ बात करें तो आप रात को सोने से पहले अपने विचारों को लिख सकते हैं या अपने दिल में घटी घटनाओं को अपने डायरी में उतार सकते हैं | रात को सोने से पहले वाला समय भी डायरी राइटिंग के लिए काफी उचित समय होता है | इस वक्त चारों दिशा में शांति होती है और आप अपनी यादों को अपनी डायरी में सही से उतार सकते हैं | दोस्तों मुख्य तौर पर बात करें तो डायरी लिखने का प्रमुख समय सुबह तथा रात सोने से पहले वाला समय सबसे प्रमुख होता है |

एक शब्द में कहें तो आपका मन शांत और आसपास में शांति होना चाहिए तभी आप एक अच्छी और आकर्षक डायरी लिख सकते हैं | उम्मीद करते हैं कि यहां तक आपको how to write diary वाला प्रश्न का उत्तर बहुत हद तक मिल गई होगी आइए आगे बढ़ते हैं |

व्यक्तिगत डायरी कैसे लिखा जाना चाहिए ? Personal diary likhane ka Sahi tarika ?

दोस्तों चूंकि आप व्यक्तिगत पर्सनल डायरी लिख रहे हैं तो आपको इसमें कोई अतिरिक्त index etc. जैसा कुछ बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है | आप अपने बातों को सीधा सीधा डायरी में लिख सकते हैं | डायरी अर्थात् एक ऐसा नोटबुक जिसने आप वही लिखते हैं जो आपके मन मस्तिष्क में आता है | इसमें लिखते समय आप कुछ इस प्रकार लिखना कि जैसे आप अपनी बातों को प्रत्यक्ष रुप से डायरी को ही बता रहे हैं |

डायरी लिखते समय आप डायरी को अपना दोस्त बना ले और जितने विचार आपके मन में हैं सभी को उसके सामने रख दें, क्योंकि यह आपकी व्यक्तिगत डायरी है | अतः आप अपने मन की बातों को लिखने में संकोच मत करना | दोस्तों हमारा उद्देश्य सिर्फ आपको डायरी कैसे लिखा जाता है उसका ऊपरी आवरण बताना है बाकी डायरी में आप अपने हिसाब से अपने शब्दों में अपनी मन की बातों को लिखना है ज्यादा सोचना नहीं है |

व्यवसायिक डायरी लिखने का तरीका ? professional diary likhane ka Tarika ?

दोस्तों प्रोफेशनल डायरी लिखते समय आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है क्योंकि इसमें आप अपने काम से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को लिख रहे हैं | यदि कुछ गलती हुई तो आपके काम में प्रॉब्लम आ सकता है | दोस्तों व्यवसायिक डायरी के लिए आप एक इंडेक्स बना सकते हैं जिसमें आप पेज नंबर तथा डेट के साथ अपने टॉपिक को लिख सकते हैं तथा कभी जरूरत आने पर आप उस टॉपिक पर बिना समय खर्च किए तुरंत पहुंच सकते हैं | व्यवसायिक डायरी लिखने का यह एक सही तरीका होता है |

इसके अलावा प्रोफेशनल डायरी में सही लिखावट बहुत मायने रखता है यदि काम का डायरी बनाते हैं तो आपके डायरी का लिखावट सही होना चाहिए ताकि बाद में पड़ने पर बातें समझ आ सकें |

Final words

दोस्तों आज हमने जाना की डायरी कैसे लिखी जाती है how to write diary in hindi, diary kaise likhen डायरी लिखने के तरीके तथा डायरी के प्रकार आदि के बारे में | यदि इस post के माध्यम से आपको some knowledge मिलती है तो इसे अपने friends and family में share जरूर करना | यदि कोई सवाल और सुझाव हो तो हमें नीचे comments जरूर करना | मिलते हैं अगले article के साथ | post पढ़ने के लिए धन्यवाद |

Important FAQ’S

1) डायरी लिखने के प्रकार ?

डायरी लिखने के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं व्यक्तिगत तरीके से और व्यवसायिक तरीके से।

2) डायरी में क्या लिखें?

डायरी में अपनी व्यक्तिगत बातें यह व्यवसायिक बातें लिखें।

3) डायरी किस समय लिखनी चाहिए ?

मुख्यता सुबह और सोने से पहले लिखनी चाहिए।

4) दैनिक डायरी कैसे लिखें?

दैनिक डायरी लिखने का प्रमुख समय रात होता है तो आपके दिन का फेमस या फिर प्रमुख बातें हो उसको लिखें।

5) डायरी क्या है?

डायरी एक ऐसी नोटबुक है जिसमें लेखक अपने व्यक्तिगत या व्यवसायिक बातें लिखता है।

6) क्या डायरी लिखना अच्छा है?

जी हां डायरी लिखना अच्छा होता है।

7) हम डायरी क्यों लिखते हैं?

अपनी प्रमुख यादों को बनाए रखने के लिए डायरी लिखी जाती हैं।

8) डायरी लिखने की शुरुआत कैसे करें?

अपना परिचय देते हुए।

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