आज हम जिस विषय के बारे मे जानने वाले है वह है ketki ka phool kaisa hota hai | यदि आप नहीं जानते है की केतकी का फूल कैसे दिखता है या यह कैसे होता है तो आप हमारे आज के इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ना आपको पता चल जाएगा की ketki ka phool kaisa hota hai इसके बारे में |
हम केतकी के फूल से जुड़ी लगभग सभी बाते जानेंगे | यदि आप इस विषय के बारे मे जानना चाहते है तो आप बने रहे आज के इस लेख मे | दोस्तो फूल किसको पसंद नहीं होता है प्रकृति मे ऐसे ऐसे फूल मौजूद है जो आपके मन को मोहने के लिए काफी है |
कुछ इसी प्रकार का एक फूल केतकी का फूल भी होता है | यदि आपने कभी भी इस फूल के बारे मे नहीं सुना है और नहीं कभी पढ़ा है तो यह पोस्ट आपके लिए ही बनाया जा रहा है | यदि आप केतकी के फूल के बारे सभी बाते जानना चाहते है तो आपको इस article ketki ka phool kaisa hota hai को जरूर पढ़ना चाहिए |
दोस्तो इस केतकी के फूल से जुड़ी ऐसे भी कुछ मान्यता है तो धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी हुई है ऐसे यह जानना की ketki ka phool kaisa hota hai या यह कैसे होता होता है आदि बहुत ही interesting हो जाता है |
आइये दोस्तो जानने की कोशिश करते है की आखिर ketki ka phool kaisa hota hai या इस फूल से जुड़ी कौन कौन सी मान्यताएँ हुई है इन सभी सवालों के बारे मे | आसा करते है की आपको हमारा article पसंद जरूर आएगा |
ketki ka phool kaisa hota hai केतकी का फूल का फोटो
ऐसे बहुत से फूल होते है जिसके बारे मे आपको पता होगा या आपने ऐसे फूलों को देखा भी होगा, परंतु केतकी का फूल एक ऐसा फूल है जिसके बारे मे आपने सायद ही काफी पढ़ा या देखा होगा | आज हम जानेंगे की केतकी का फूल कैसे होता है या केतकी का फूल का फोटो व इसके बारे मे और भी अनेक facts आदि को |
दोस्तो केतकी का फूल बहुत ही सुगंधित फूल होता है | इसके फूल लबे तथा बाल के समान होते है | यह फूल अधिकतर कम जगहो मे देखनों को मिलता है | यह फूल दो प्रकार के होते है सफ़ेद तथ पीले रंग के जो सफ़ेद रंग के फूल होते है उसे लोग केवड़ा तथा जो पीला होता है उसे केतकी के फूल कहते है |
बात करे इसके भौतिक संरचा की तो इस फूल का पेड़ या पौधा मध्यम आकार के होते है | इस पेड़ में जो पत्ते होते है वे लंबे, किनारो पर हल्के काँटेदार और पतले होते है | आइये देखते है केतकी का फूल का फोटो कैसा होता है इसको


दोस्तो बाताते चले के इस फूल की खुशबू इतनी अच्छी होती है की इसके प्रयोग से इत्र भी बनाया जाता है | दोस्तो यह फूल के पौधा या पेड़ गंगा नदी के सुंदरवन के डेल्टा मे अधिक पाया जाता है | इसके पत्तों से काही काही स्थानो पर दरी आदि भी बनाया जाता है तथा इसके कोमल पत्तों को कई ऐसे स्थान हैं जहा पका कर खाया भी जाता है |
दोस्तो आयुर्वेद की नजरिये से यह झाड़ काफी लाभ करी होता है | यदि इस पौधे को लगाने का अवसर आपको मिले तो आप इसे अपने घर मे जरूर लगाना | यह बहुत ही लाभकारी पौधा होता है |
केतकी के फूल का दूसरा नाम क्या है?
आपने यह तो जान लिया है की ketki ka phool kaisa hota hai या केतकी का फूल का फोटो | परंतु क्या आप जानते है की केतकी के फूल का दूसरा नाम क्या है? इसके बारे में | जब तक हमे इसका नाम नहीं पता होगा हम इस फूल को लेकर confuse ही होते रहेंगे |
बहुत से लोग इस फूल को केतकी के फूल या केवड़ा के फूल के नाम से ही जनते है जैसे जो पला फूल है उसे केतकी तथा जो सफ़ेद होता है उसे केवड़ा कहते है | इन दो नमो के अलावा भी इस फूल के और नाम होते है | आइये जानते है वे नाम कौन कौन से है इसके बारे मे केतकी के फूल का दूसरा नाम क्या है?
इसे वैज्ञानिक भाषा मे pandanus तथा अंग्रेजी भाषा मे screwpine भी कहा जाता है | इसके साथ ही इस फूल को अलग अलग भाषा मे अनेक नमो से जाना जाता है जैसे तमिल मे कैथाई या ताई, मलयालम मे पुककैथा तथा अरबी भाषा में अल-कादी भी कहा जाता है | कई लोग केतकी के फूल को ही चम्पा का फूल समझ बैठते है पर ऐसा नहीं होता है दोनों अलग होते है |
तो यह थे कुछ ऐसे नाम जो की उपयोग मे लाये जाते है केतकी के फूल को पहचानने के लिए | असा है की आपको केतकी के फूल का दूसरा नाम क्या है? यह बात समझ मे आई होगी | आइये जानते है हमारे पोस्ट ketki ka phool kaisa hota hai इसमे केतकी के बारे मे और भी अनेक बातें |
केतकी का फूल कहाँ पाया जाता है?
केतकी का फूल बहुत ही सुगंधित तथा मनमोहक फूलों मे से एक है | यदि आपा इसके नजदीक से गुजरते मात्र है तो भी आप इसके खुशबू को आसानी से महसूस कर सकते है | बात करे की केतकी का फूल कहाँ पाया जाता है? तो हम देखते है की यह फूल ऐसे तो गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा मे बहुत अधिकाय मे प्रकृतिक रूप से पाये जाते है |


इसके अलावा भी ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण एशिया, फिलीपींस जैसे देशों के अतिरिक्त भारत मे ऐसे जगह है जहा यह फूल बहुत अधिक मात्र मे पाये जाते है हिन्द महासागर के तटीय क्षेत्रों मे, दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों मे यह फूल प्रकृतिक रूप से पाया जाता है तथा यह फूल प्रशांत महासागर के टापुओं मे भी पाये जाते है | ऐसा भी माना जाता है की केतकी का फूल केवल मोहम्मदी शहर मे ही प्राप्त था |
चुकी केतकी या केवड़ा के फूल काफी ज्यादा सुगंधित होते है इस वजह से इस फूल को बहुत से किसानों द्वारा इसकी खेती भी की जाती है | बहुत बड़े बड़े बागों मे इस फूल को उगाया जाता है तथा इसकी मदद से बहुत अच्छी अच्छी इत्र भी बनाया जाता है | यदि आप चाहे तो आप इस पौधा को खरीद कर इसे अपने बगीचे मे भी लगा सकते है | इस प्रकार आपको पता चल गया होगा की केतकी का फूल कहाँ पाया जाता है? इसके बारे मे |
यह भी पढ़े
स्पैनिश भाषा में माफ़ करो कैसे कहेंगे ? 8 easy way
Tense ke prakar 2023 टेंस कितने प्रकार के होते हैं ?
Gathiya rog kya hota hai? 10 easy घरेलू इलाज, अन्य बातें
केतकी का फूल कैसे पहचाने?
यदि आप केतकी के फूल को पहचाना चाहते है तो आपको कुछ बाते पता होनी चाहिए जैसे केतकी या केवड़े के फूल को पहचानने के लिए देखे की क्या उस फूल से बहुत ही ज्यादा खुशबू आरही है तथा क्या यह खुशबू दूर तक भी जा रही है | इस फूल का आकार काफी बड़ा भी होता है जैसे की कोई भुट्टा हो |
केतकी के फूल मे बाहर से नुकीले पत्ते होते है तथा इसके पेड़ के पत्तियाँ पतली तथा किनारे से नुकीली होती है | केतकी के फूल को पहचानने के लिए आपका उसे देखना बहुत जरूरी है ऐसे मे आप हमरे द्वारा दिये गए ऊपर मे केतकी के फूल को देख कर अच्छे से उसका मुवायना कर सकते है की यह फूल कैसे दिखता है | आसा है आपको केतकी का फूल कैसे पहचाने? यह बात समझ मे आई होगी |
केवड़े का फूल कौन सा होता है?
यदि आप इस बात को सोच कर confuse रहते है की केवड़े का फूल कौन सा होता है? या केवड़ा और केतकी क्या यह दोनों एक ही होते है तो आप इस लेख को पूरा पढ़ना जरूर | दरअसल यह दोनों फूल केतकी तथा केवड़ा एक ही फूल होते है |
केवड़े के फूल की बात करे तो जब यह फूल का रंग सफ़ेद हो जाता है तो उसे केवड़ा कहते है तथा जब इस फूल का रंग पीला हो जाता है तो इस फूल को केतकी का फूल कहा जाता है | इस दोनों ही फूल को केवल इनके रंग अलग करते है |
इन फूलों मे सुगंध आदि का कोई अंतर नहीं होता है क्यो की दोनों एक ही फूल होते है | जब कभी भी केतकी तथा केवड़े के फूल का जिक्र होता है तो इसका मतलब एक ही फूल का होता है |
केतकी के फूल के उपयोग?
चुकी केतकी का फूल बहुत ही ज्यड़ा गुणों से परिपूर्ण है ऐसे मे इस फूल के बहुत अधिक उपयो किए जाते है | यदि आप नहीं जानते है तो इसे जरूर पढ़ना आपको पता लग जाएगा | आइये जानते है की केतकी के फूल के उपयोग? है इसके बारे मे |
- इस फूल के द्वारा सुगंधित तथा मंहगे इत्र आदि बनाए जाते है |
- इसके फूल काफी कोमल तथा मुलायम होने के कारण इसके गुलदस्ता भी बनाया जाता है |
- इस फूल के पौधे के पत्ती से चटाई आदि भी बनाई जाती है |
- केतकी के फूल से बालो मे लगाए जाने वाले तेल आदि भी बनाए जाते है |
- इस फूल से सौन्दर्य बढ़ाने वाले साधन का भी निर्माण किया जाता है |
- केतकी के फूल साबुन तथा लोशन बनाने का भी काम आता है |
इस प्रकार केतकी के फूल के कई अनेक उपयोग होते है | आसा है की आपको केतकी के फूल के उपयोग? समझ मे आए होंगे |
केतकी का पेड़ कैसे दिखाई देता है?
यदि आपने केतकी के पेड़ को नहीं देखा है तो आप नीचे दिये गए चित्रा मे इसे देख सकते है | बात करे की इसका पेड़ कैसा होता है तो केतकी या केवड़ा का पेढ छिन या खजूर के पेड़ के समान दिखाई देता है |
इस पेड़ की उचाई लगभग 12 से 15 फीट तक हो सकता है | इस पेड़ मे एक प्रमुख तना के अतिरिक्त किसी भी प्रकार के कोई अन्य तना नहीं होता है | यह पेड़ अधिकतर एक तना वाला ही होता है |


केतकी के पेड़ मे पत्ते लंबे तथा किनारों से धारदार होते है | इनके पत्ते घने होते है और यह हल्के हरे तथा पीले रंग के समान दिखाई देते है | इसके पेड़ का सदियो से इत्र बनाने मे उपयोग किया जा रहा है |
चुकी इसके पेड़ को लगाने के लिए किसी की परमिसन की कोई जरूरत नहीं होती है अतः आप भी अपने घर के गार्डन मे इस पेड को लगा सकते है | इस पेड़ को किसी भी प्रकार की कोई विशेष देख रेख की भी जरूरत नहीं होती है |
केतकी का फूल भगवान शिव को क्यो नहीं चढ़ाया जाता है?
आप यह तो जानते है की ketki ka phool kaisa hota hai, केतकी का फूल कहाँ पाया जाता है? | यदि आप धार्मिक चीजों पर विश्वास रखते है तो आपने यह बात जरूर से सुनी होगी की भगवान शिव पर केतकी या केवड़ा का फूल नहीं चढ़ाया जाता है | या आपके मन मे यह सवाल आया होगा की केतकी का फूल भगवान शिव को क्यो नहीं चढ़ाया जाता है? |
यदि आप नहीं जानते है तो आपको बता दे हिन्दू धर्म के अनुसार केतकी या केवड़ा के फूल को कभी भी शेव जी को नहीं चढ़ाया जाता है | आइये जानते है इसके पीछे के धार्मिक करन को |
यह बात है उन दिनों की जब सतयुग चल रहा था | हिन्दू धर्म के त्री मूर्ति के बारे मे आप जानते ही होंगे यह है ब्रह्मा, विष्णु और शिवा | जब ब्रह्मा और विष्णु के मध्य एक बार इस बात पर बहेस होने लगा की उन दोनों मे सर्वश्रेष्ठ कौन है करके |
इस बहेस के चलते ब्रह्मा और विष्णु के मध्य काफी ज्यादा बाते होने लगी जब यह बात देवो के देव महादेव शिव जी तक पाहुची तो वे ब्रह्मा और विष्णु के पास आकर बोले, ” आप दोनों एक दूसरे को सर्वश्रेष्ठ बताना चाहते है तो इस बार को प्रमाणित करने के लिए मैं आप दोनों के समीप के बहुत ही बड़ा शिवलिंग का निर्माण करता हु और आप दोनों मे से जो भी सबसे पहले इसके प्रारंभ या अंत का पता लगाएगा वही सर्वश्रेष्ठ कहलाएगा “
शिवा जी के ऐसा कहते ही ब्रह्मा तथा विष्णु उस शिवलिंग के अंत तथा प्रारंभ पता करने निकाल पड़े | विष्णु जी अंत की ओर तथा ब्रह्मा जी प्रारंभ की ओर | जब ब्रह्मा जी प्रारंभ की ओर जा रहे थे तो उनको एक फूल दिखा यह फूल केतकी का फूल था, ब्रह्मा जी ने उस केतकी के फूल से कहा तुम मेरे साथ महादेव के पास चलो और उनसे यह कह देना की मैंने शिवलिंग के प्रारंभ का पता लगा लिया है |
ब्रह्मा जी की बाते सुन कर केतकी के फूल ने महादेव के समीप यह झूठ बोल दिया की ब्रह्मा जी ने शिवलिंग के प्रारंभ का पता लगा लिया है यह सुन कर शिव जी बहुत क्रोधित हो गए क्योकि उनको पता था की इस शिवलिंग का कोई अंत और प्रारंभ नहीं था |
इस प्रकार केतकी के फूल तथा ब्रह्मा जी के झूठ बोलने पर शिव जी ने दोने को श्रपा दे दिया की कभी भी केतकी का फूल शिव जी पर नहीं चढ़ेगा और ऐसा करना पाप माना जाएगा तथा इससे शिव जी और क्रोधित हो जाएंगे एवं ब्रह्मा जी का कभी भी धरती मे या काही भी पूजा नहीं किया जाएगा |
तो इस प्रकार यह कारण रहा केतकी या केवड़ा के फूल का शिव जी पर ना चढ़ने का | आसा है की आपको समझ मे आया होगा की केतकी का फूल भगवान शिव को क्यो नहीं चढ़ाया जाता है? तथा केतकी का फूल कहाँ पाया जाता है? आदि |
केतकी का पेड़ कितना बड़ा होता है?
यदि आप केतकी के फूल के बारे मे तो आप जानते ही है परंतु क्या आप यह जानते है की केतकी का पेड़ कितना बड़ा होता है? | बात करे इस पेड़ के लंबाई की तो केतकी के पेड़ अधिकतम 12 से 15 फीट तक हो सकता है |
Important FAQ’S
केवड़े का फूल कौन सा होता है?
केवड़े का फूल बहुत ही सुगंधित फूल होता है | इसके फूल लबे तथा बाल के समान होते है | यह फूल अधिकतर कम जगहो मे देखनों को मिलता है | यह फूल दो प्रकार के होते है सफ़ेद तथ पीले रंग के जो सफ़ेद रंग के फूल होते है उसे लोग केवड़ा तथा जो पीला होता है उसे केतकी के फूल कहते है |
केतकी का फूल कैसे पहचाने?
केतकी के फूल मे बाहर से नुकीले पत्ते होते है तथा इसके पेड़ के पत्तियाँ पतली तथा किनारे से नुकीली होती है | केतकी के फूल को पहचानने के लिए आपका उसे देखना बहुत जरूरी है ऐसे मे आप हमरे द्वारा दिये गए ऊपर मे केतकी के फूल को देख कर अच्छे से उसका मुवायना कर सकते है की यह फूल कैसे दिखता है |
conclusion
आज हमने जाना की ketki ka phool kaisa hota hai या केतकी का फूल कैसे पहचाने? आदि के बारे मे | यदि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आता है तो आप इसे share जरूर करना | किसी भी प्राकार की कोई समस्या हो तो हमे comment box मे अपना comment जरूर से लिख भेजे |
बहुत से लोग confusion मे अगर रहे होंगे की केतकी का फूल कैसे पहचाने? आदि तो आप हमारे इस पोस्ट को पूरा जरूर से पढ़ना जिससे आपको केतकी के फूल से जुड़ी सभी प्रकार के confusion दूर हो सके |
हमारा उद्देस्य यही होता है की आप हमारे पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी का लाभ उठाए | मिलते है आपसे अपने अगले इंट्रेस्टिंग और मजेदार आर्टिक्ल के साथ | इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद दोस्तो |