Lok prashasan aur niji prashasan me antar/asamanta||संपूर्ण जानकारी 2022-23

नमस्कार दोस्तों | आज के हमारे post में हम जानेंगे कि लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में अंतर (Lok prashasan aur niji prashasan me antar) या असमानता कौन-कौन से होते हैं difference between public administration and private administration इन सभी चीजों के बारे में | इसके साथ हम लोग प्रशासन और निजी प्रशासन (public administration and private administration) से जुड़ी लगभग सारी महत्वपूर्ण बातों पर भी चर्चा करने वाले हैं |

Lok prashasan aur niji prashasan के विषय में बताई जा रही यह जानकारी आपके लिए काफी फायदेमंद होने वाला है क्योंकि यह topic government exams के लिहाज से भी काफी important होता है |

अतः वे लोग जो Lok prashasan aur niji prashasan में क्या असमानता या अंतर है तथा यह क्या होता है आदि नहीं जानते और वे लोक प्रशासन और निजी प्रशासन(public administration and private administration) के बारे में detail से जानना चाहते हैं, तो आपको हमारा आज का Lok prashasan aur niji prashasan me antar/asamanta वाला पोस्ट पूरा जरूर पढ़ना चाहिए, ताकि आप इसके बारे में लगभग सभी बातें जान सकें |

दोस्तों इस प्रकार के post आप सब के मध्य share करने का हमारा यही उद्देश्य होता है कि आप हमारे website के द्वारा अधिक से अधिक सही और काम में आने वाली जानकारी को पढ़ और समझ सकें | यदि हमारे द्वारा दी जा रही लोक प्रशासन और निजी प्रशासन के मध्य अंतर वाला यह पोस्ट आपको पसंद आए और आपको इस post से जरा सा भी मदद मिले तो इस पोस्ट को जरूर अपने friends and family में share करें ताकि उन्हें भी सही knowledge मिल सकें |

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तो आइए जानते हैं कि आखिर लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में क्या अंतर होता है या लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में असमानताएं difference between public administration and private administration तथा lok prashasan aur niji prashasan क्या होते हैं इन सभी चीजों के बारे में detail से | यह जानकारी निम्न हैं |

प्रशासन क्या होता है? Prashasan kya hai? What is an administration?

Table of Contents

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन क्या है तथा Lok prashasan aur niji prashasan me antar/asamanta आदि जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि प्रशासन administration क्या होता है |

दोस्तों प्रशासन को समझने से पहले हमें थोड़ा सा शासन governance को समझना होगा | शासन या सरकार अर्थात् इसके अंतर्गत लोकसभा, संसद, न्यायपालिका, तथा निर्वाचित लोग जैसे PM, CM आदि काम करते हैं तथा इन्हीं सब को मिलाकर ही शासन governance या सरकार बनता है और देश को चलाने या आगे बढ़ाने के लिए इनके द्वारा अनेक योजनाएं, नीति, कानून आदि बनाए जाते हैं, जिनको ground level अर्थात् राज्य से जिला जिला से गांव आदि तक पहुंचाना होता है |

तो इन नीतियों व योजनाओं आदि को निकालने का काम शासन या सरकार का होता है परंतु इनको आगे लोगों तक पहुंचाने का काम प्रशासन administration के अंतर्गत कार्यरत employees अर्थात् administrative staff का होता है |

प्रशासन शासन से नीचे स्तर में काम करता है तथा शासन राजनीतिक होता है और प्रशासन गैर राजनीतिक होता है | अतः प्रशासन उसे कहा जाता है जो शासन द्वारा पारित योजनाओं आदि को लोगों तक पहुंचाने तथा शासन द्वारा बनाए गए कानून व्यवस्था आदि को सही ढंग से लोगों व क्षेत्रों में बनाए रखने का काम करता है | दोस्तों प्रशासन administration के अंतर्गत कार्य करने वाले लोगों का अलग-अलग govt. exams के जरिए चयन किया जाता है, जैसे- UPSC, state PSC आदि | जो कैंडिडेट चयन हो जाते हैं वह प्रशासनिक सेवा में कार्यरत हो जाते हैं |

प्रशासन के अंतर्गत कार्य कर रहे लोगों को मुख्यतः शासन governance द्वारा पारित योजना, नीतियों, कानून आदि को सही से चलाना और लोगों तक पहुंचाना होता है | प्रशासन की आवश्यकता मुख्यता शासन के नीतियों को आगे लागू करना तथा इन सभी चीजों का प्रबंध करने के लिए होता है |

परिभाषित रूप में कहे तो “किसी प्रमुख उद्देश्य को पूरा करने या हासिल करने के लिए किए जाने वाले सहयोगात्मक प्रयास को ही प्रशासन कहा जाता है” | दोस्तों किसी भी देश को आगे बढ़ाने के लिए उसका शासन governance तथा प्रशासन administration दोनों का सही होना जरूरी होता है, क्योंकि बिना शासन के प्रशासन किसी काम का नहीं और प्रशासन के बिना शासन या सरकार अपनी नीतियों को बना तो सकता है परंतु उसे ground level में लागू तथा उसका प्रबंध नहीं कर सकता है|

प्रशासन के प्रकार? Type of administration? Prashasan ke prakar?

प्रशासन के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं:
१) लोक प्रशासन और २) निजी प्रशासन |
तो दोस्तों आइए जानते हैं कि Lok prashasan aur niji prashasan me antar या लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में असमानता क्या है तथा लोक प्रशासन और निजी प्रशासन क्या होता है आदि |

लोक प्रशासन क्या है? What is public administration? Lok prashasan kya hota hai?

दोस्तों लोक प्रशासन public administration civil services जैसे बड़े government exams के लिए काफी महत्वपूर्ण topic होता है | लोक प्रशासन को America के priston University द्वारा प्रारंभ किया गया था और वर्तमान समय में यह विषय काफी important विषय बन गया है | राजनीति विषय के प्रोफेसर coolrom Wilson ने सर्वप्रथम 1887 में अपने लेख the study of administration में राजनीति विज्ञान को प्रशासन से अलग किया, तभी से यह एक अध्ययन का विषय बन गया है |

लोक प्रशासन public administration प्रशासन का वह भाग या अंग होता है जो एक विशिष्ट राजनीतिक व्यवस्था के अंतर्गत कार्य करता है | दोस्तों लोक प्रशासन का अभिप्राय लोगों के हित में किए गए उन सभी कार्यों से होता है जो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रबंधन, नियंत्रण आदि के रूप में किया जाता है | लोक प्रशासन, प्रशासन का एक महत्वपूर्ण भाग होता है जो कि 2 शब्दों लोक और प्रशासन से मिलकर बना होता है |

लोक प्रशासन का अर्थ है सभी लोगों या सार्वजनिक लोगों के हितों से संबंधित सरकारी प्रशासनिक कार्य और यह केवल सरकार या government के कार्यों तक ही सीमित होता है | लोक प्रशासन public administration पर अनेक विद्वानों ने अपने-अपने view दिए हैं, जैसे:-

लूथर गुलिक के अनुसार: लोक प्रशासन प्रशासनिक विज्ञान का वह अंग या भाग होता है जो सरकारी कार्यों से संबंध रखता है, इसका संबंध कार्यपालिका शाखा से है जो सरकारी कार्यों को क्रियान्वित करती है |

साइमन के अनुसार: लोक प्रशासन का अभिप्राय उन क्रियाओं से है जो केंद्र सरकार अथवा स्थानीय सरकारों द्वारा की जाती है |

एलडी व्हाइट के अनुसार: लोक प्रशासन में सभी कार्य सम्मिलित है जिनका उद्देश्य लोक नीतियों का कार्यान्वयन करना है |
अतः सामान्य लोगों के कल्याण से संबंधित प्रशासन को लोक प्रशासन कहते हैं या कहा जाता है | उदाहरण- सरकार या शासन द्वारा लोक कल्याण का कार्य किए जाना |

निजी प्रशासन क्या होता है? व्यक्तिगत प्रशासन क्या है? What is private administration? Niji prashasan kya hai?

दोस्तों निजी प्रशासन(private administration) दो शब्दों के मेल से बनता है निजी अर्थात् व्यक्तिगत और प्रशासन | निजी प्रशासन या व्यक्तिगत प्रशासन सीमित उद्देश्यों को ध्यान में रखकर पूर्ण लाभ के लिए संचालित प्रशासन होता है अर्थात् व्यक्तिगत या निजी प्रशासन कुछ व्यक्तियों द्वारा या एक व्यक्ति द्वारा अपने हित की भावना या लाभ की दृष्टि से किया जाता है | उदाहरण- औद्योगिक या व्यवसायिक कार्य |

निजी प्रशासन या व्यक्तिगत प्रशासन भी सरकारी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण होता है | निजी प्रशासन private administration से किसी एक या किसी कंपनी के मालिक को लाभ प्राप्त होता है | इस प्रकार हम कह सकते हैं कि निजी प्रशासन या व्यक्तिगत प्रशासन एक व्यवसायिक क्रिया प्रणाली है और यह गैर राजनीतिक होता है |

दोस्तों निजी प्रशासन private administration किसी संगठन के आर्थिक उद्देश्य को ध्यान में रखकर काम करता है | इससे संगठन के कर्मचारियों, ग्राहकों की भागीदारी और इसके माध्यम से व्यवसायिक संगठन के आर्थिक उद्देश्यों को पूरा किया जाता है या इस पर विशेष ध्यान दिया जाता है |

दोस्तों निजी प्रशासन भी लोक प्रशासन के भांति प्रशासन का एक प्रमुख भाग या अंग होता है | निजी प्रशासन में लोगों के हित के लिए कार्य नहीं होता, बल्कि इससे किसी व्यक्ति विशेष, निजी तौर पर किसी व्यक्ति के लाभ के लिए कार्य होता है | तो अभी तक हमने लोक प्रशासन और निजी प्रशासन क्या होता है इसके बारे में जान चुके हैं | आइए जानते हैं कि लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में क्या अंतर है | Lok prashasan aur niji prashasan me antar?? लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में असमानता क्या है Difference between public administration and private administration.

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में क्या अंतर है? लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में असमानताएं Lok prashasan aur niji prashasan me antar

दोस्तों लोग प्रशासन और व्यक्तिगत या निजी प्रशासन में निम्न अंतर या असमानताएं होते हैं-

1) भावानुकूल अंतर:-

लोक प्रशासन public administration लोगों के हित या benefit की भावना लिए होता है | यह सार्वजनिक लोगों के लाभ के लिए कार्य करता है | जबकि निजी प्रशासन कुछ व्यक्तियों या एक व्यक्ति के हित की भावना के लिए होता है | निजी प्रशासन में सार्वजनिक लाभ का अभाव होता है यह केवल निजी लाभ की दृष्टि से कार्य करता है |

2) राजनीतिक अंतर:-

लोक प्रशासन एक विशिष्ट राजनीतिक व्यवस्था के अंतर्गत कार्य करता है | इस प्रशासन का संबंध राजनीति से जुड़ा होता है | जबकि निजी प्रशासन गैर राजनीतिक होता है | इसमें किसी भी प्रकार की राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता यह इससे स्वतंत्र होता है |

3) उदाहरण का अंतर:-

लोक प्रशासन का उदाहरण है सरकार या शासन द्वारा लोक कल्याण का कार्य किए जाना, आम जनता की भलाई आदि के लिए कार्य करना | जबकि निजी प्रशासन का उदाहरण है औद्योगिक या व्यावसायिक कार्य किए जाना, निजी तौर पर लाभ देना आदि |

4) व्यावहारिक अंतर:-

निजी प्रशासन व्यवहारों को अधिक महत्व देता है, जैसे किसी भी प्रकार के बिजनेस में बिजनेस का ओनर अपने रेगुलर कस्टमर के लिए प्रोडक्ट के दाम में थोड़ा बहुत छूट दे सकता है | जबकि लोक प्रशासन व्यवहारों को महत्व नहीं देता है, जैसे माना किसी व्यक्ति को ट्रेन से सफर करना है और वह उस ट्रेन से रेगुलर सफर करता है तो उसके लिए ट्रेन टिकट का प्राइस कम या ज्यादा नहीं होगा पहले जितना ही रहेगा |

5) वित्तीय अंतर:-

लोक प्रशासन में वित्तीय नियंत्रण financial control कठोर होता है | इसमें वित्तीय कामों में किसी भी प्रकार की कोई हेरा फेरी या ऊपर नीचे नहीं किया जाता | जबकि निजी प्रशासन private administration में वित्तीय नियंत्रण मजबूत नहीं होता है | इसमें वित्तीय कंट्रोल बिजनेस ओनर या कंपनी के मालिक पर होता है | इसमें वित्तीय मामलों में कोई फिक्स नहीं होता |

6) एकाधिकार अंतर:-

लोक प्रशासन में एकाधिकार monopoly मजबूत होता है | लोक प्रशासन में अधिकारिक मुद्दों पर हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है | जबकि निजी प्रशासन में एकाधिकार कमजोर होता है | इसमें अधिकारिक मामलों में थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता है |

7) कानूनी अंतर:-

लोक प्रशासन में कानून व्यवस्था का बहुत बड़ा महत्व होता है | इस प्रशासन में किसी भी प्रकार की कानूनी नियम आदि को छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है | जबकि निजी प्रशासन में नियम कानून का महत्व कम होता है | इस प्रशासन में कानून और नियम बदले जा सकते हैं |

8) शासनिक अंतर:-

लोक प्रशासन सरकारी होता है | इस प्रशासन में किसी भी प्रकार की निजी या व्यक्तिगत कार्य नहीं किए जा सकते | जबकि निजी प्रशासन गैर सरकारी होता है | इस प्रशासन में सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया जाता है |

9) कामों में अंतर:-

चूंकि लोक प्रशासन सरकार के अंदर आता है अतः लोक प्रशासन के कर्मचारी कोई अन्य निजी नौकरी या काम नहीं कर सकते हैं | जबकि निजी प्रशासन सरकार के अंदर नहीं काम करता है | निजी प्रशासन में एक से अधिक नौकरी या काम कर सकते हैं |

10) सुरक्षा में अंतर:-

लोक प्रशासन में नौकरियां सुरक्षित होती है | इसमें नौकरी जोड़ने या फिर बीच में किसी भी प्रकार की समस्या खड़ी होने की कोई गुंजाइश ना के बराबर होती है | जबकि निजी प्रशासन में कर्मचारियों के नौकरियां अपेक्षाकृत असुरक्षित होती है तथा इसमें विभिन्न प्रकार की जोखिम भी होती हैं |

11) उद्देश्य में अंतर:-

लोक प्रशासन का उद्देश्य सार्वजनिक सेवा, सामान्य जन के लाभ आदि करना होता है | जबकि निजी प्रशासन का उद्देश्य व्यक्तिगत लाभ कमाना होता है | यह थे दोस्तों कुछ महत्वपूर्ण लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में अंतर या असमानताएं | Lok prashasan aur niji prashasan me antar/asamanta.

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लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में समानताएं? Lok prashasan aur niji prashasan me samantayen?

दोस्तों आपने लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में अंतर या असमानता तो जान लिया है परंतु इनमें अंतर या असमानता होने के बावजूद निम्न समानताएं भी होती हैं आइए जानते हैं कि लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में क्या समानताएं हैं इसके बारे में |

1) सहकारिता:-

दोस्तों प्रशासन एक समूह में अपने कार्य की सफलता को प्राप्त करता है | इसमें किसी एक व्यक्ति मात्र की जिम्मेदारी नहीं होती है | यह एक सरकारी समूह प्रयास होता है | लोक प्रशासन हो या निजी प्रशासन दोनों संगठन में ही मानवीय व भौतिक तत्वों को शामिल करके ही कार्य के उद्देश्य को हासिल किया जाता है | हालांकि ऐसा हो सकता है कि दोनों संगठनों के उद्देश्य में अंतर हो परंतु सहकारिता के तत्वों के आधार पर यह दोनों आपस में समानता रखते हैं |

2) वित्त प्रशासन:-

दोस्तों भोले ही लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में धन या वित्त के प्रयोग व नियंत्रण में अंतर होता है, परंतु यह बात भी सच है कि दोनों प्रशासन धन के अभाव में अपने कार्य को प्रभावशाली तरीके से नहीं कर सकता है और यह बात दोनों प्रशासन में लागू होता है | धन का दोनों ही प्रशासन में प्रभावशाली तरीके से कार्य करने में अत्यधिक आवश्यकता होती है |

3) प्रबंध में समानता:-

चाहे लोग प्रशासन हो या निजी प्रशासन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रबंध की तरीका लगभग समान होती है | दोनों ही प्रशासन समान प्रबंध के तकनीक का उपयोग करते हैं | जैसे हिसाब किताब, नेतृत्व, संचार, दफ्तर प्रणाली तथा नए नए प्रयोग हेतु नवीन वैज्ञानिक तरीकों को अपनाना आदि |

4) मानव संबंध:-

दोस्तों लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन दोनों ही मनुष्य के लिए लाभ प्राप्त हेतु कार्य करते हैं अर्थात् मनुष्य, चाहे फिर वह सार्वजनिक हो या कोई निजी लोग हो परंतु इसमें मनुष्य की उद्देश्य की ही पूर्ति की जाती है | यह संगठन मानव उद्देश्य को आधार मानकर अपना कार्य करती है |

5) वैज्ञानिक अनुसंधान:-

दोस्तों वर्तमान समय विज्ञान और technology का युग है | सभी प्रकार के कठिन से लेकर सरल कामों में वैज्ञानिक टेक्नोलॉजी आ चुकी हैं | इसी प्रकार लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में नई नई खोज, नए तरीकों आदि को अपनाने के लिए विज्ञान का सहारा लिया जाता है और इस प्रकार यह संगठन विकास की ओर अपना कार्य आसानी से कर रहे हैं |

6) विकासशीलता:-

विकास की दृष्टि से देखें तो लोक प्रशासन और निजी प्रशासन दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में विकास हासिल करने हेतु कार्य करते हैं | हालांकि लोक प्रशासन में सार्वजनिक विकास की दृष्टि होती है जबकि निजी प्रशासन में व्यक्तिगत विकास की दृष्टि होती है | परंतु विकास करना दोनों ही प्रशासन का उद्देश्य होता है | जिसे प्राप्त करने के लिए अनेक प्रयास किए जाते हैं |

7) क्रमिक प्रक्रिया:-

लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन दोनों में कुशल कर्मचारी होना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि कुशल कर्मचारी ही किसी भी संगठन की सफलता का मुख्य आधार होता है | बिना किसी कुशल कर्मचारी के हम किसी प्रकार की विकास की उम्मीद नहीं कर सकते हैं | चाहे वह निजी प्रशासन हो अथवा लोक प्रशासन दोनों में कुशल कर्मचारी के होने से दोनों सही दिशा में आगे बढ़ते हैं |

Final word

दोस्तों आज के post में हमने जाना की लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में क्या अंतर है या लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में असमानताएं है तथा इसके साथ-साथ लोक प्रशासन निजी प्रशासन में समानताएं क्या है आदि के बारे में | दोस्तों हमारा उद्देश्य इस पोस्ट के माध्यम से आप तक निजी प्रशासन और लोक प्रशासन की सही जानकारी पहुंचाना है |

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